“Poore Karne Hain Sapne Babul Ke”: Heart-Touching Poem By Inspiring Mother
नज़रें झुकी थी उसकी कांप रही थी जुबां कहा उसने देना है उसे इम्तिहान उसके जनक के बचे थे शेष...
नज़रें झुकी थी उसकी कांप रही थी जुबां कहा उसने देना है उसे इम्तिहान उसके जनक के बचे थे शेष...
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